आज की खबर: Pakistan Oil Reserve: ट्रंप के कहने पर बीच समंदर में जा पहुंचा पाकिस्तान! करने लगा ये बड़ा काम, दुनिया भी हैरान

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को मानवता के खिलाफ अपराध के मामले में इंटरनेशनल क्राइम ट्रिब्यूनल (आईसीटी) ने दोषी ठहराकर मौत की सजा सुनाई है. हसीना के बेटे सजीब वाजेद ने गुरुवार (20 नवंबर 2025) को इस पूरी न्यायिक प्रक्रिया को दिखावा और आंखों में धूल झोंकने वाला बताया. बांग्लादेश के आईसीटी ने शेख हसीना को पांच में से तीन मामलों में दोषी करार देकर दो मामलों में सजा सुनाई. एक मामले में हसीना को उम्र कैद और दूसरे मामले में मौत की सजा सुनाई. यह सजा पिछले साल छात्रों के विरोध प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसक कार्रवाई के लिए दी गई.  सवाल: शेख हसीना की मौत की सजा पर आपकी क्या प्रतिक्रिया है? सजीब वाजेद: यह पूरी तरह से गैरकानूनी तरीके से किया गया है. यह एक मजाक है. आपके पास एक ऐसी सरकार है जो पूरी तरह से बिना चुनी हुई, गैर-संवैधानिक, गैर-कानूनी है. उन्होंने इस ट्रिब्यूनल के 17 जजों को हटा दिया और एक नए जज को नियुक्त किया, जिसे ट्रायल बेंच का कोई अनुभव नहीं है और उन्होंने मेरी मां के बारे में सबके सामने बहुत बुरी बातें कही हैं. वह साफ तौर पर पक्षपाती हैं. सवाल: क्या इसका बांग्लादेश में होने वाले चुनावों से कोई लेना-देना है? सजीब वाजेद: उन्होंने जो किया है, वह यह है कि उन्होंने मेरी मां को दोषी ठहराया है. उन्होंने फिर से कानून में बदलाव किया है ताकि कोई भी जिस पर भी जुर्म का आरोप हो, वह चुनावों में हिस्सा न ले सके, जो कि पूरी तरह से सही प्रक्रिया का उल्लंघन है क्योंकि आप किसी को तब तक बैन नहीं कर सकते जब तक उसे दोषी न ठहराया जाए, इसीलिए उन्हें यह सजा जल्दबाजी में देनी पड़ी. उन्होंने हमारी पार्टी, अवामी लीग को भी चुनावों से बैन कर दिया है. बांग्लादेश में कोई लोकतंत्र नहीं है. सवाल: मौत की सजा के बाद बांग्लादेश अब भारत से शेख हसीना को वापस भेजने का आग्रह कर रहा है. क्या यह अपील सही है, आपको क्या लगता है कि आगे क्या होगा? सजीब वाजेद: प्रत्यर्पण के लिए समझौते के साथ भी कानून होना चाहिए. सबसे पहले, एक लोकतांत्रिक सरकार होनी चाहिए, जो यह सरकार नहीं है. दूसरा, कानूनी तौर-तरीकों का पालन करना चाहिए, जो नहीं किया गया है. प्रोसेस खुद लीगल होना चाहिए और बांग्लादेश में प्रोसेस पूरी तरह से गैर-कानूनी था. इस आधार पर, लीगली, भारत मेरी मां को प्रत्यर्पित नहीं कर सकता. भारत का कोई दायित्व नहीं है. सवाल: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आपकी मां की मदद और सुरक्षा के लिए भारत की भूमिका को आप कैसे देखते हैं? सजीब वाजेद: मैं नरेंद्र प्रधानमंत्री मोदी का हमेशा शुक्रगुजार रहूंगा. उन्होंने मेरी मां की सुरक्षा सुनिश्चित की है. उन्होंने मेरी मां की जान बचाई है. वह एक देश के मुखिया के तौर पर उन्हें कड़ी सुरक्षा में रख रहे हैं. इसके लिए मैं भारत सरकार और भारत के लोगों का हमेशा शुक्रगुजार रहूंगा. सवाल: आपकी मां के प्रत्यर्पण के लिए बांग्लादेश की अपील पर भारत की प्रतिक्रिया कैसी होगी, आपको क्या लगता है? सजीब वाजेद: मुझे पूरा…
पूरा पढ़ें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *