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Tesla India Head Sharad Agarwal: दुनिया की दिग्गज कार निर्माता कंपनी टेस्ला भारत में अपनी जगह सुनिश्चित करना चाहती है. इसके लिए पिछले दिनों टेस्ला की ओर से शरद अग्रवाल को टेस्ला का इंडिया हेड बनाया गया है. शरद अग्रवाल ने इससे पहले लैम्बोर्गिनी इंडिया के कंट्री हेड के रुप में काम किया है. साथ ही उन्हें क्लासिक लीजंड्स जैसी बड़ी कंपनियों में काम करने का अनुभव भी रहा है. कंपनी शरद अग्रवाल से उम्मीद कर रही है कि, वे कंपनी को भारत में स्थापित करने में अपना योगदान दे. टेस्ला अभी भारत में अपना व्यापार बढ़ाने के शुरुआती चरण में है. चुनौती और अवसर दोनों है सामने शरद अग्रवाल के सामने चुनौती और अवसर दोनों ही मौजूद है. एक तरफ तो, भारत में इलेक्ट्रिक गाड़ियों का बाजार और क्रेज दोनों बढ़ रहा है. वहीं, टेस्ला के उपर उच्च आयात शुल्क, सीमित सर्विस नेटवर्क और महंगा होने के कारण बजट जैसी चुनौतियां भी सामने हैं. कंपनी शरद से उम्मीद कर रही है कि, वे इन सभी चुनौतियों के बीच रास्ता निकाले और टेस्ला को प्रीमियम इलेक्ट्रिक मोबिलिटी क्षेत्र में खुद को स्थापित करने में मदद करें. कौन हैं शरद अग्रवाल? शरद अग्रवाल को इस क्षेत्र का काफी ज्यादा अनुभव है. टेस्ला ज्वाइंन करने से पहले शरद ने लैम्बोर्गिनी इंडिया के प्रमुख के रुप में करीब 8 सालों तक अपनी सेवा दी है. भारत में सुपर-लग्जरी कारों में लैम्बोर्गिनी को स्थापित करने में शरद को महत्वपूर्ण योगदान रहा है. उन्होंने महिंद्रा एंड महिंद्रा की क्लासिक लीजेंड्स यूनिट में भी चीफ बिजनेस ऑफिसर के रुप में काम किया है. लैम्बोर्गिनी में अपने काम के दौरान उन्होंने कंपनी को इंडिया में स्थापित करने में मदद की. कारों की बिक्री तो देश में बढ़ी ही, साथ ही इसकी पहचान भी खास कर युवाओं के बीच काफी प्रचलित हुई. मुंबई से हुई है कंपनी की शुरुआत टेस्ला ने सबसे पहले मुंबई स्थित बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स में अपना एक्सपीरियंस सेंटर खोला था. इसके बाद कंपनी ने दिल्ली के एरोसिटी में अपना दूसरा सेंटर खोला. टेस्ला इस वक्त भारत में मॉडल वाई की कार की बिक्री करती है. यह भी पढ़ें: अनिल अंबानी ग्रुप पर ईडी का शिकंजा, तीसरी गिरफ्तारी से मचा हड़कंप, शेयर टूटे
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