आज की खबर: दिल्ली में बढ़ रहा एयर पॉल्यूशन, सुबह की सैर करें या नहीं? एक्सपर्ट से जानें
दिवाली के बाद दिल्ली एनसीआर की हवा एक बार फिर जहरीली होने लगी है. राजधानी का एक्यूआई गंभीर श्रेणी में पहुंच चुका है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार आज यानी 25 अक्टूबर की सुबह दिल्ली के आनंद विहार में एक्यूआई 412 रिकॉर्ड किया गया, जो Severe कैटेगरी में आता है. यानी इस लेवल की हवा में मौजूद पीएम 2.5 और पीएम 10 फेफड़ों में गहराई तक पहुंच कर सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन और सिर दर्द जैसे लक्षण पैदा कर सकते हैं. वहीं, गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा की स्थिति भी कुछ अलग नहीं है. इन इलाकों में भी एक्यूआई 250 के पार बना हुआ है जो बहुत खराब से भी खराब कैटेगरी में आता है. ऐसे में कई लोग इस सोच में है कि राजधानी का एयर पॉल्यूशन ऐसा होने के बाद सुबह की सैर करनी चाहिए या नहीं करनी चाहिए. चलिए आज हम आपको बताते हैं कि फिलहाल दिल्ली के एयर पॉल्यूशन में आपको सुबह की सैर करनी चाहिए या नहीं करनी चाहिए? राजधानी में सुबह की सैर बन सकती है जानलेवा एक्सपर्ट्स के अनुसार सुबह के वक्त हवा में नमी और स्मोग दोनों की मात्रा सबसे ज्यादा होती है. सूर्य निकलने से पहले प्रदूषण जमीन के करीब जम जाता है. ऐसे में टहलने या दौड़ने से इन जहरीले कणों का असर सीधे फेफड़ों पर पड़ता है. एक्सपर्ट्स के अनुसार जब एक्यूआई 300 से ऊपर चला जाए तो बाहर सैर या एक्सरसाइज करना किसी भी हालत में सुरक्षित नहीं है. खासकर सुबह के समय जब कोहरा और स्मोग मिलकर जहरीली चादर बना देते हैं. बुजुर्गों और बच्चों के लिए सुबह की सैर और ज्यादा खतरनाक बुजुर्गों और बच्चों के फेफड़े प्रदूषण के प्रति ज्यादा संवेदनशील होते हैं. डॉक्टरों के अनुसार इस उम्र बढ़ने के साथ फेफड़ों की क्षमता कम हो जाती है, जिससे प्रदूषक कण जल्दी असर डालते हैं. ऐसे में अस्थमा, हार्ट डिजीज या ब्लड प्रेशर के मरीजों को सुबह बाहर निकलने से बचना चाहिए. इस समय की हवा फेफड़ों में सूजन और संक्रमण बढ़ा सकती है. क्या शाम को टहलना है सुरक्षित? मौसम विभाग के अनुसार दोपहर के बाद हवा की परत थोड़ी ऊपर उठ जाती है, जिससे प्रदूषण का घनत्व कम हो जाता है. डॉक्टरों के अनुसार अगर बहुत जरूरी हो तो शाम के समय या हल्की धूप में टहलना ज्यादा सुरक्षित होता है. हालांकि जब एक्यूआई मॉडरेट लेवल 100 से नीचे न आ जाए तब तक आउटडोर एक्सरसाइज से बचना ही ज्यादा बेहतर माना जाता है. घर पर कैसे रहें फिट? अगर आप दिल्ली के प्रदूषण के कारण बाहर नहीं जा पा रहे हैं तो घर पर भी फिटनेस बनाए रखने की कोशिश करें. घर पर फिट रहने के लिए आप योग, प्राणायाम और स्ट्रेचिंग जैसे व्यायाम करें, जो फेफड़ों को मजबूत करते हैं. खासतौर पर अनुलोम-विलोम, भ्रामरी और कपालभाति से सांस लेने की क्षमता बढ़ती है. इसके अलावा घर में एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें और सुबह के समय खिड़कियां बंद रखें, ताकि प्रदूषण घर के अंदर न आए. वहीं डॉक्टर भी यह सलाह देते हैं कि इस मौसम में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर चीजें लें जैसे आंवला, संतरा, नींबू, हल्दी और तुलसी का सेवन करें. यह सभी चीजें टॉक्सिन्स निकालने और इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करने में मदद करती है. इसके साथ ही ज्यादा पानी पीना और हर्बल चाय लेना भी फेफड़ों की सफाई में फायदेमंद होता है. ये भी पढ़ें: गेहूं नहीं बेसन की रोटी है सेहत का खजाना, डायबिटीज कंट्रोल से लेकर वजन कम करने तक जानिए इसके फायदे Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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