आज की खबर: Signs of cancer in men: ये 4 लक्षण दिखें तो भूलकर भी इग्नोर न करें मर्द, बॉडी में घर बना लेता है कैंसर

Alzheimer symptoms: फिल्म इंडस्ट्री को इस साल लगातार एक के बाद एक दिग्गज अलविदा कर रहे हैं. इसमें एक नाम सतीश शाह का है. 74 साल के अभिनेता का किडनी फेल होने की वजह से निधन हो गया था. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सतीश शाह की पत्नी मधु शाह भी खतरनाक बीमारी से पीड़ित हैं, उनको अल्जाइमर की बीमारी है. इस बीमारी में इंसान धीरे-धीरे अपनी याददाश्त खोने लगता है. चलिए आपको बताते हैं कि यह बीमारी कितनी खतरनाक है और इसमें इंसान को क्या-क्या याद रहता है और वह क्या-क्या भूल जाता है. क्या है अल्जाइमर रोग? अल्जाइमर एक प्रोग्रेसिव न्यूरोडिजेनरेटिव डिसऑर्डर है, यानी यह बीमारी धीरे-धीरे बढ़ती जाती है. इसमें दिमाग की सेल्स एक-दूसरे से संपर्क खो देती हैं और मरने लगती हैं. इसकी शुरुआत हल्के भूलने से होती है, जैसे चीज़ें कहां रखीं, लोगों के नाम याद न रहना. लेकिन धीरे-धीरे यह स्थिति गंभीर हो जाती है. मरीज को रोजमर्रा के काम करने, बातचीत समझने और निर्णय लेने में कठिनाई होने लगती है. लक्षण इसके शुरुआती लक्षण साधारण भूलने जैसे लग सकते हैं, लेकिन समय के साथ ये बढ़ते जाते हैं. इसके मुख्य लक्षण हैं – हाल की बातों या घटनाओं को याद रखने में कठिनाई बार-बार एक ही सवाल पूछना समय, तारीख या स्थान का भ्रम चीजें गलत जगह रख देना परिवार या दोस्तों को पहचानने में परेशानी मूड में अचानक बदलाव या चिड़चिड़ापन बोलने या लिखने में दिक्कत आखिरी चरण में मरीज पूरी तरह दूसरों पर निर्भर हो जाता है और खुद का ख्याल भी नहीं रख पाता. अल्जाइमर के कारण  अब तक अल्जाइमर का कोई एक निश्चित कारण नहीं मिला है, लेकिन शोध बताते हैं कि यह जेनेटिक, एनवायरनमेंटल और लाइफस्टाइल से जुड़े कारणों के चलते हो सकता है. अगर इसके मुख्य कारणों की बात करें, तो इसमें – उम्र बढ़ना (65 वर्ष से अधिक) परिवार में किसी को यह बीमारी होना हाई ब्लड प्रेशर या डायबिटीज जैसी बीमारियां दिमाग में Amyloid Plaques और Tau Tangles का बनना स्मोकिंग, तनाव शामिल हैं इलाज अगर इसके इलाज की बात करें, तो आपको जानकर हैरानी होगी कि Harvard Health Publishing की रिपोर्ट के अनुसार, अल्जाइमर का फिलहाल कोई स्थायी इलाज नहीं है. Alzheimer’s Society यूके के अनुसार, कुछ दवाएं इसके शुरुआती लक्षणों को कम करने में मदद करती हैं. इसके अलावा, मरीज को प्यार, धैर्य और मेंटल सपोर्ट देना बहुत जरूरी होता है. आप अपने लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करके इससे राहत पा सकते हैं, जैसे कि नियमित रूप से व्यायाम करें, दिमाग को सक्रिय रखें, खाने-पीने की चीजों का विशेष ध्यान रखें, तनाव कम करें और सामाजिक रूप से एक्टिव रहें. इसे भी पढ़ें: Neha Dhupia Anti-inflammatory Challenge: मैं कपड़े नहीं बदलती, उनके हिसाब से हो जाती हूं फिट… फैट टू फिट कर देगा इस एक्ट्रेस का 21 Days फिटनेस रुटीन Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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