आज की खबर: Pancreas warning signs: आपका पैन्क्रियाज ठीक से काम कर रहा या नहीं, ये होते हैं 5 वार्निंग साइन

Pancreas warning signs: आजकल बदलती लाइफस्टाइल के चलते हमें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. हार्ट डिजीज से लेकर पैंक्रियाज तक के काम न करने के कारण सब इसके चलते ही होता है. यह दो बड़े काम करता है, जिसमें पहला पाचन एन्जाइम्स बनाना और दूसरा इंसुलिन का उत्पादन कर ब्लड शुगर को कंट्रोल करना. अगर इसमें दिक्कत होती है, तो पाचन बिगड़ सकता है, वजन कम हो सकता है और डायबिटीज जैसी बीमारियां हो सकती हैं. चलिए आपको बताते हैं कि इसके पांच वार्निंग साइन कौन से होते हैं, जिनसे पता चलता है कि पैंक्रियाज कमजोर हो रहा है. कौन से पांच वार्निंग साइन अगर इसके पांच वार्निंग साइन की बात करें, तो सबसे पहले नम्बर पर आता है पेट या पीठ में दर्द होने. Cleveland Clinic के मुताबिक, पैंक्रियाटाइटिस होने पर ऊपरी पेट में तेज दर्द होता है, जो पीठ तक जा सकता है. यह दर्द खाने के बाद ज्यादा बढ़ता है और कई बार मरीज को झुकने या लेटने में भी मुश्किल होती है. दूसरा सबसे बड़ा कारण है बिना वजह वजन कम होना. Prevention.com की रिपोर्ट बताती है कि अगर पैंक्रियाज पाचन एन्जाइम्स सही मात्रा में न बना पाए तो शरीर को पोषण नहीं मिल पाता और वजन तेजी से घटने लगता है. तीसरे कारण की बात करें, तो इसमें पाचन की तमाम तरह की दिक्कतें शामिल हैं, जिसमें NIDDK के अनुसार, पैंक्रियाज की गड़बड़ी से बार-बार दस्त लगना, गैस, पेट फूलना और मल का तैलीय होना आम संकेत हैं. यह स्थिति लंबे समय तक रहे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. अगर चौथे लक्षण की बात करें, तो वह है ब्लड शुगर का असंतुलन होना. Mayo Clinic के अनुसार, पैंक्रियाज इंसुलिन बनाता है और इसके कमजोर होने पर अचानक डायबिटीज की समस्या शुरू हो सकती है. इसमें बार-बार पेशाब आना, ज्यादा प्यास लगना और असामान्य थकान जैसे लक्षण दिखते हैं. जॉन्डिस इसका पांचवां वार्निंग साइन होता है. Mayo Clinic के अनुसार, पैंक्रियाज या पित्त नली ब्लॉक होने पर जॉन्डिस की स्थिति बनती है. इसमें आंखें और त्वचा पीली हो जाती हैं और मल का रंग हल्का पड़ जाता है. पैंक्रियाज को कैसे बचाएं? अगर आपको इससे बचना है, तो आपको कुछ लाइफस्टाइल में बदलाव करने की जरूरत होती है, जैसे कि- स्मोकिंग और शराब से दूरी बनाएं, यह पैंक्रियाज को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं. हेल्दी डाइट लें, ताजे फल, हरी सब्जियां, होल ग्रेन्स और हेल्दी फैट शामिल करें. वजन नियंत्रित रखें, मोटापा पैंक्रियाज पर दबाव डालता है और बीमारियों का खतरा बढ़ाता है. नियमित एक्सरसाइज करें, इससे मेटाबॉलिज्म ठीक रहता है और पैंक्रियाज पर लोड कम होता है. नियमित हेल्थ चेकअप कराएं, पेट दर्द, पाचन समस्या या अचानक वजन घटने पर तुरंत जांच कराएं. इसे भी पढ़ें- Shreyas Iyer Spleen Injury: श्रेयस अय्यर के स्प्लीन में लगी है गंभीर चोट, शरीर में क्या काम करता है ये अंग? Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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