आज की खबर: Mozilla और Chrome यूज़र्स के लिए सरकार ने जारी किया हाई अलर्ट! तुरंत करें ये सेटिंग वरना हैकर्स उड़ाएंगे आपका सारा डेटा

Mozilla and Chrome Users: भारत सरकार की साइबर एजेंसी CERT-In (Indian Computer Emergency Response Team) ने देशभर के Google Chrome और Mozilla Firefox यूज़र्स के लिए गंभीर सुरक्षा चेतावनी जारी की है. एजेंसी के अनुसार, इन दोनों ब्राउज़र्स में कई बड़ी कमजोरियां (vulnerabilities) पाई गई हैं जिनका फायदा उठाकर हैकर्स आपके पर्सनल डेटा को चुरा सकते हैं या आपके सिस्टम को क्रैश कर सकते हैं. किन यूज़र्स को है सबसे ज़्यादा खतरा? CERT-In की रिपोर्ट बताती है कि Google Chrome की खामियां मुख्य रूप से Chrome OS और ChromeOS Flex यूज़र्स को प्रभावित कर सकती हैं. वहीं, Mozilla Firefox की कमजोरियाँ Firefox, Firefox ESR (Extended Support Release) और Thunderbird ईमेल क्लाइंट के यूज़र्स को निशाना बना सकती हैं. किन वर्जन में मिलीं कमजोरियां Mozilla Firefox: Version 144 से पहले के सभी वर्ज़न Mozilla Firefox ESR: Version 115.29 और 140.4 से पहले के वर्ज़न Mozilla Thunderbird: Version 140.4 और 144 से पहले के वर्ज़न Google ChromeOS: Version 16404.45.0 से पहले के वर्ज़न क्या हो सकता है नुकसान? Mozilla Firefox की कमजोरियों के ज़रिए साइबर अपराधी आपके सिस्टम में सेंध लगाकर संवेदनशील जानकारी (Sensitive Data) चुरा सकते हैं. यह खामियाँ मुख्य रूप से MediaTrack-GraphImpl::GetInstance() में Use-after-free बग, Memory Corruption और Web Extension API से जुड़ी हैं. इसके अलावा, Android डिवाइस पर ब्राउज़र की Address Bar Spoofing जैसी गड़बड़ी के कारण हैकर्स नकली वेबसाइट दिखाकर यूज़र्स को गुमराह कर सकते हैं. Google Chrome के मामले में, खतरा Heap Buffer Overflow से जुड़ा है जो Video, Sync, और WebGPU कॉम्पोनेंट्स में पाया गया है. एक हैकर खास तरह की वेबसाइट बनाकर यूज़र को उस पर क्लिक करने के लिए प्रेरित कर सकता है और फिर उसके सिस्टम पर हमला कर सकता है. कैसे रहें सुरक्षित? CERT-In की सलाह है कि यूज़र्स तुरंत अपने ब्राउज़र्स को अपडेट करें. Google Chrome और Mozilla Firefox दोनों कंपनियों ने इन सुरक्षा खामियों को दूर करने के लिए नए सिक्योरिटी पैच जारी किए हैं. सुरक्षित रहने के लिए सुझाव अपने ब्राउज़र को Auto-Update Mode में सेट करें. पुराना वर्ज़न इस्तेमाल न करें. किसी भी संदिग्ध वेबसाइट या ईमेल लिंक पर क्लिक करने से बचें. नियमित रूप से अपने सिस्टम का सुरक्षा सॉफ़्टवेयर अपडेट रखें. यह भी पढ़ें: iPhone यूजर्स ध्यान दें! बस इन 3 सेटिंग्स को बदलते ही बैटरी चलेगी घंटों ज्यादा
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