आज की खबर: मसूद अजहर की खतरनाक प्लानिंग का ऑडियो आया सामने, भारत के खिलाफ बो रहा जहर, महिला ब्रिगेड से जुड़ा बड़ा खुलासा

बीते 9 अक्टूबर से लगतार एबीपी न्यूज़ सबसे पहले आपके सामने पाकिस्तान के प्रायोजित आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद की महिला ब्रिगेड की एक एक मोडस ऑपरेंडी को एक्सपोज़ कर रहा है. अब इसी कड़ी में हमारे हाथ जैश ए मोहम्मद के प्रमुख और वैश्विक आतंकी मौलाना मसूद अजहर के पिछले हफ़्ते बहावलपुर के मरकज़ उस्मान ओ अली में दिए गए भाषण की ऑडियो रिकॉर्डिंग लगी है. कुल 21 मिनट के इस ऑडियो में आतंकी मौलाना मसूद अज़हर बता रहा है कि कैसे वो महिलाओं को भी जिहाद के नाम पर पुरुष आतंकियों के साथ उतारेगा साथ ही उन्हें ट्रेनिंग भी देगा. एबीपी न्यूज़ के पास मौजूद आतंकी मसूद अज़हर के बयान की एक्सक्लूसिव ऑडियो रिकॉर्डिंग में आतंकी मसूद अज़हर कई दावे करता है. वह कहता है कि जैसे उसका आतंकी संगठन पुरुषों को जिहाद का “दौरा ए तरबियत” नाम से शुरुआती प्रशिक्षण देता है, उसी कड़ी में जैश की महिला ब्रिगेड जमात उल मोमिनात से जुड़ने वाली महिलाओं को पहले चरण में बहावलपुर के मरकज़ उस्मान ओ अली में “दौरा ए तस्किया” नाम से प्रशिक्षण देगा. सूत्रों के मुताबिक पुरुष आतंकियों को जैश ए मोहम्मद बीते 20 साल से “दौरा ए तरबियत” नाम की शुरुआती 15 दिनों की ट्रेनिंग करवाता रहा है. इस  ट्रेनिंग में नए नवेले पुरुष आतंकियों का ब्रेनवाश किया जाता है और उन्हें समझाया जाता है कि जन्नत में जाने के लिए भारत के ख़िलाफ़ जिहाद करना ज़रूरी है. जैश ए मोहम्मद के सरगना आतंकी मसूद अज़हर ने महिला ब्रिगेड में जुड़ने वाली महिला आतंकियों के लिए “दौरा ए तस्किया” नाम का शुरुआती कोर्स अगले महीने बहावलपुर में शुरू करने का ऐलान किया है. इस ट्रेनिंग में महिलाओं को जिहाद के लिए उकसाया जाएगा और मरने के बाद जन्नत के ख़्वाब दिखाए जाएंगे.  दूसरे दौर की कब होगी ट्रेनिंग, मसूद ने बताया जैश सरगना आतंकी मसूद अज़हर ने ये भी ऐलान किया कि जो महिलाएं उसके मरकज़ में पहले चरण का आतंकी कोर्स पूरा कर लेंगी, उन्हें दूसरे चरण का “दौरा आयत उल निसाह” नाम से प्रशिक्षण दिया जाएगा. इस दौरान उन्हें बताया जाएगा कि कैसे मज़हब की किताबों में महिलाओं के लिए भी जिहाद करने के बारे में लिखा हुआ है. जैश की महिला ब्रिगेड के सामने दिए गए अपने 21 मिनट के अपने भाषण में आतंकी सरगना ने जैश ए मोहम्मद की महिला ब्रिगेड बनाने के कारण भी बताए. उसने कहा कि “आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के दुश्मनों ने उसके मुकाबले हिंदू महिलाओं को सेना में खड़ा कर दिया है, महिला पत्रकार खड़ी कर दी हैं.” ऐसे में अब उसे भी मुकाबला करने के लिए अपनी महिलाओं को खड़ा करना पड़ रहा है. उसने दावा किया कि जैश की इस महिला ब्रिगेड के साथ जैश ए मोहम्मद के पुरुष आतंकी खड़े हैं. जैश ए मोहम्मद की महिला ब्रिगेड की महिला आतंकी इस्लाम को पूरी दुनिया में फैलाएगी. महिला आतंकी अपने परिवार को नहीं करेंगी कॉल महिला आतंकी वाले अपने नेटवर्क को पूरे पाकिस्तान में फैलाने के लिए आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर ने ये भी ऐलान किया कि जैश की महिला ब्रिगेड को पूरे पाकिस्तान में फैलाने के लिए पाकिस्तान के हर जिले में जमात उल मोमिनात की शाखा खोली जाएगी. एक महिला को जिला मुंतज़िमा बनाया जाएगा, जो अपने जिले में ज़्यादा से ज़्यादा महिलाओं को जैश ए मोहम्मद से जोड़ेगी. आतंकी मसूद अज़हर ने जैश की महिला ब्रिगेड से जुड़ने वाली महिलाओं पर पाबंदी भी लगायी है. जुड़ने वाली महिलाएं अपने पति और परिवारवालों के अलावा किसी भी पुरुष से कॉल या फिर मैसेंजर पर बातचीत नहीं करेंगी. एबीपी न्यूज ने 9 अक्टूबर को ही किया था खुलासा एबीपी न्यूज़ ने 9 अक्टूबर को ही खुलासा किया था कि जैश ए मोहम्मद की महिला ब्रिगेड की कमान आतंकी मसूद अज़हर ने अपनी बहन सादिया अज़हर को दी है. इसके बाद 21 अक्टूबर को एबीपी न्यूज़ ने खुलासा किया था कि जैश की इस महिला ब्रिगेड में आतंकी मसूद की दूसरी बहन समायरा अज़हर और पुलवामा आतंकी हमले को अंजाम देने वाले और भारतीय सेना के एनकाउंटर में मारे गए आतंकी उमर फारूक की बीवी अफीरा फारूक भी होगी, जो महिलाओं को जैश ए मोहम्मद से जुड़ने के लिये हर रोज़ ऑनलाइन क्लास चला कर प्रेरित करेगी. एबीपी न्यूज़ की खबर पर मुहर लगाते हुए जैश ए मोहम्मद ने एक नया पोस्टर जारी किया है, जिसमें बताया गया है कि आतंकी मसूद अज़हर की बहन उम्मा मसूद, जिसका असली नाम समायरा अज़हर है, वो हफ़्ते में 5 दिन 25 अक्टूबर से महिलाओं को जैश की महिला ब्रिगेड जमात उल मोमिनात से जोड़ने लिए ऑनलाइन क्लास चलाएगी. 21 अक्टूबर के पोस्टर में जैश ए मोहम्मद ने उम्मा मसूद उर्फ समायरा अज़हर का नाम नहीं लिखा था. आतंकियों की बीबियां इस महिला ब्रिगेड में शामिल आतंकी मसूद अज़हर के भाषण की ऑडियो रिकॉर्डिंग जो एबीपी न्यूज़ के पास मौजूद है, उसमें मसूद अज़हर ने कहा है कि उसे जानकारी दी गई की जैश की महिला ब्रिगेड जमात उल मोमिनात में 4-5 ऐसी महिलाएं भी हैं, जिनके घर के पुरुष भारतीय सेना के एनकाउंटर में मारे गए हैं. वो महिलाएं जैश की महिला ब्रिगेड से जुड़ी महिला आतंकियों को हर महीने प्रेरित करेंगी. इस विशेष अभियान को आतंकी मसूद अजहर ने शोबा ए दावत का नाम दिया है. साथ ही आतंकी मसूद अजहर ने जैश की महिला आतंकियों को उसकी किताब “ए मुसलमान बहन” पढ़ने की सलाह दी है. बड़ी बहन के साथ मसूद अजहर ने बनाया था प्लान ऑपरेशन सिंदूर के दौरान आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर के परिवार के कुल 14 सदस्य मारे गए थे, जिसमे आतंकी यूसुफ अजहर, आतंकी जमील अहमद, आतंकी हमज़ा जमील और आतंकी हुज़ैफा अज़हर शामिल था. साथ ही आतंकी मसूद ने उस समय दावा किया था कि उसकी बड़ी बहन हवा बीवी भी भारत की स्ट्राइक में मारी गई है. सैकड़ो मासूमों के परिवार को उजाड़ने वाला आतंकी मसूद अज़हर अपनी बड़ी बहन को याद करके रोने लगा और कहा की जैश ए मोहम्मद की महिला ब्रिगेड तैयार करने का प्लान उसने अपनी बड़ी बहन के साथ बनाया था, लेकिन वो भारत की स्ट्राइक में मर गई. भारत से बदले के लिए तड़प रहा मसूद अजहर सूत्रों के मुताबिक आतंकी मसूद अजहर 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर में उसके परिवार वालो की मौत के बाद भारत से बदला लेने के लिए तड़प रहा है, लेकिन बीते 5 महीनों से सरहद पर भारतीय सेना की मुस्तैदी और खुफिया विभागों के इनपुट्स की वजह से आतंकी मसूद अज़हर भारत पर बड़ा हमला करने के अपने मंसूबों को पूरा नहीं कर पा रहा है. इसी तड़प के चलते अब वो महिला ब्रिगेड को तैयार कर रहा है, जिससे जैश ए मोहम्मद भी इस्लामिक स्टेट (ISIS), हमास और LTTE की लिस्ट में शामिल हो जाए, जिसके पास महिला आतंकियों का भी टोला है. उसका ख्वाब है कि वह भारत में महिला आतंकियों से फिदायीन हमले करवा पाए, क्योंकि महिलाओं पर एजेंसियों का शक पुरुषों के मुक़ाबले कम रहता है.
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