आज की खबर: क्या लड़कों की तुलना में शराब-सिगरेट पीने वाली लड़कियों में ज्यादा होता है कैंसर का खतरा? एक्सपर्ट से जानें

सिगरेट और शराब जैसी आदतें हमारी हेल्थ के लिए सबसे ज्यादा नुकसानदायक होती हैं. इन दोनों को ही कैंसर के खतरे का सबसे बड़ा कारण माना जाता है. ज्यादातर लोग मानते हैं कि इन आदतों के कारण कैंसर का खतरा पुरुषों में ज्यादा होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि लड़कियों और महिलाओं में ये आदतें स्वास्थ्य पर लड़कों और पुरुषों की तुलना में ज्यादा गंभीर असर डाल सकती हैं.  नॉर्वे और ऑस्ट्रेलिया के वैज्ञानिकों ने बड़े पैमाने पर किए गए अध्ययनों से यह पता लगाया है कि सिगरेट और शराब पीने वाली महिलाओं में कैंसर और हार्ट डिजीज का खतरा पुरुषों की तुलना में ज्यादा होता है. ऐसे में चलिए जानते हैं कि कैसे और क्यों लड़कों की तुलना में शराब-सिगरेट पीने वाली लड़कियों में कैंसर का खतरा ज्यादा होता है.  शराब-सिगरेट पीने वाली लड़कियों में कैंसर का खतरा ज्यादा? नॉर्वे के शोधकर्ताओं ने लगभग 6 लाख लोगों के मेडिकल रिकॉर्ड का अध्ययन किया, इसमें पाया गया कि शराब-सिगरेट पीने वाली महिलाओं में फेफड़ों और आंत्र कैंसर का जोखिम पुरुषों की तुलना में दोगुना था. शोध में लगभग 4,000 लोगों को आंत्र कैंसर हुआ और विशेष रूप से उन महिलाओं में जो 16 साल की उम्र या उससे कम में सिगरेट शुरू करती हैं और लंबे समय तक करती रहती हैं, कैंसर का खतरा और भी बढ़ जाता है.  यह साफ संकेत है कि महिलाओं का शरीर तंबाकू के हानिकारक प्रभावों के प्रति ज्यादा सेंसिटिव हो सकता है.  क्यों शराब-सिगरेट पीने वाली लड़कियों में कैंसर का खतरा ज्यादा? शराब-सिगरेट पीने वाली लड़कियों में कैंसर का खतरा ज्यादा होने के पीछे जैविक कारण भी हो सकते हैं. जैसे महिलाओं में कुछ एंजाइम और हार्मोन जैसे एस्ट्रोजन, तंबाकू के धुएं से निकले हानिकारक तत्वों के मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करते हैं. यही कारण है कि महिलाओं में कम सिगरेट करने पर भी कैंसर का खतरा पुरुषों की तुलना में ज्यादा दिखाई देता है. शोध यह भी बताता है कि इन एक्टिव सिगरेट यानी दूसरों के धुएं के संपर्क में आने से भी लड़कियों पर ज्यादा असर पड़ता है.  शराब-सिगरेट पीने वाली लड़कियों में गंभीर हेल्थ प्रॉब्लम्स और बचाव शराब-सिगरेट पीने वाली लड़कियों में न सिर्फ फेफड़ों और आंत्र कैंसर का खतरा बढ़ाता है, बल्कि हार्ट डिजीज, एम्फाइसेमा और अन्य गंभीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ाता है. इसके साथ ही महिलाओं में फेफड़ों का कैंसर पुरुषों की तुलना में दोगुना ज्यादा होता है.  शोध यह भी साफ करता है कि सिगरेट छोड़ना हेल्थ के लिए सबसे प्रभावी उपाय है. जो महिलाएं 30 साल की उम्र तक शराब-सिगरेट पीना छोड़ देती हैं, उनमें तंबाकू से संबंधित बीमारियों का जोखिम लगभग खत्म हो जाता है. इसके अलावा, नियमित जांच, हेल्दी डाइट, एक्सरसाइज  और हानिकारक केमिकल से बचाव करना महिलाओं में कैंसर के जोखिम को कम करने में मदद करता है.  यह भी पढ़ें: क्या आप भी बिना जांच के लेते हैं विटामिन D सप्लीमेंट्स? हो सकता है नुकसान Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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