आज की खबर: आवाज से 5 गुना तेज स्पीड, साइज भी कर लेगी चेंज… चीन ने बनाई ऐसी हाइपरसोनिक मिसाइल, जिसे देखकर चौंक जाएगी दुनिया!
भारत ने सर क्रीक पर तीनों सेनाओं के संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘त्रिशूल’ (Trishul Exercise) शुरू करने की घोषणा की है. इसको लेकर NOTAM भी जारी किया गया है. ऑपरेशन सिंदूर में मार खाया पाकिस्तान भारतीय सेनाओं के ‘त्रिशूल’ से सहम गया है और अब आनन-फानन में उसने भी नौसेना का अभ्यास करने का नोटिस जारी कर दिया. जहां भारतीय सेनाओं का युद्धाभ्यास होगा, वह भारत-पाक सीमा के पास स्थित सर क्रीक (Sir Creek) इलाका है, जो पहले से ही सामरिक दृष्टि से संवेदनशील माना जाता है. भारत का यह बड़ा सैन्य अभ्यास 30 अक्टूबर से 10 नवंबर तक चलेगा. रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, यह हाल के वर्षों में देश का सबसे व्यापक Tri-Service Exercise है, जिसमें थल सेना, नौसेना और वायुसेना एक साथ युद्धाभ्यास कर रही हैं. इसका मुख्य उद्देश्य है तीनों सेनाओं के बीच ऑपरेशनल तालमेल को मजबूत करना. युद्ध के जमीन, हवा और समुद्र – तीनों मोर्चों पर संयुक्त रणनीति बनाना. आत्मनिर्भर भारत (Aatmanirbharta) के तहत स्वदेशी तकनीकों की क्षमता दिखाना. यह अभ्यास सौराष्ट्र तट, अरब सागर के तटीय इलाकों और पश्चिमी रेगिस्तानी क्षेत्र में एक साथ चल रहा है. Pakistan now issues a naval navigational warning for a firing exercise in the same area India has an airspace reservation for its ongoing tri-services military drills02-05 November 2025 pic.twitter.com/Gz7d3Q4igK — Damien Symon (@detresfa_) November 1, 2025 5 दिन में दो बार NOTAM जारी कर चुका पाकिस्तान भारत के इस सैन्य अभ्यास से ठीक पहले पाकिस्तान ने NOTAM (Notice to Airmen) जारी कर दिया. इस्लामाबाद ने 28 और 29 अक्टूबर के बीच कई हवाई मार्गों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया. पांच दिनों के भीतर पाकिस्तान ने दूसरा नोटम जारी किया, जिसमें 30 नवंबर तक हवाई क्षेत्र को बंद रखने की बात कही गई है. रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम भारत के त्रिशूल अभियान के जवाब में उठाया गया है. संभावना यह भी जताई जा रही है कि पाकिस्तान भी किसी मिसाइल परीक्षण या नौसैनिक अभ्यास की तैयारी कर रहा है. 28,000 फीट तक आरक्षित हवाई क्षेत्र ओपन सोर्स इंटेलिजेंस विशेषज्ञ डेमियन साइमन की तरफ से साझा सैटेलाइट तस्वीरों से पता चला है कि भारत ने अपने त्रिशूल अभ्यास के लिए 28,000 फीट तक का हवाई क्षेत्र आरक्षित किया है. यह इस बात का संकेत है कि इस दौरान भारत अपनी लॉन्ग-रेंज और हाइपरसोनिक तकनीक वाले हथियारों का परीक्षण भी कर सकता है. ये भी पढ़ें: JD Vance के बयान पर बवाल! पत्नी के धर्म परिवर्तन की इच्छा पर मचा हंगामा, ब्रिटिश पत्रकार Mehdi Hasan ने कही ये बात…
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